संत कबीर नगर, 27 मई 2025, ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि पर बट सावित्री व्रत, शनि जयंती और मंगलवार का त्रिवेणी संयोग संत कबीर नगर जनपद में भक्ति, सेवा और सामाजिक समरसता का प्रतीक बन गया। जनपद के खलीलाबाद, धनघटा, मेंहदावल, बखिरा, सेमरियावा, पौली, कांटे, लहरौली, दुधारा, भुजैनी, नाथनगर सहित विभिन्न क्षेत्रों में श्रद्धालुओं और सामाजिक संगठनों ने भव्य लंगर और प्रसाद वितरण कार्यक्रमों का आयोजन किया, जिसमें समाज के सभी वर्गों की सक्रिय सहभागिता देखने को मिली। बट सावित्री व्रत, जो ज्येष्ठ अमावस्या को मनाया जाता है, विवाहित महिलाओं द्वारा अपने पतियों की दीर्घायु और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए रखा जाता है। इस व्रत में महिलाएं वटवृक्ष (बरगद) की पूजा करती हैं, जो जीवन, दीर्घायु और स्थायित्व का प्रतीक माना जाता है। वे व्रत रखकर वटवृक्ष की परिक्रमा करती हैं, उसे कच्चे धागे से बांधती हैं और सावित्री-सत्यवान की कथा सुनती हैं। यह व्रत नारी के धैर्य, विश्वास और आत्मबल का प्रतीक है, जो भारतीय संस्कृति में स्त्री की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। शनि जयंती जो इस वर्ष 27 मई 2025 को बनाई गई, न्याय और कर्म के देवता भगवान शनि के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है, इस दिन श्रद्धालु उपवास रखते हैं, शनि मंदिरों में पूजा अर्चन करते हैं, दान पुण्य का कार्य करते हैं। मान्यता है कि इस दिन किए गए दान पुण्य से शनि दोषों का निवारण होता है। जीवन में सुख एवं समृद्धि आती है। खलीलाबाद के बाईपास चौराहा, समय माता स्थान स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर पर महंत अवधेश दास के नेतृत्व में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, नेदुला राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थिति बेहद प्राचीन हनुमान मंदिर पर अजय कुमार श्रीवास्तव एवं अन्य भक्तों के नेतृत्व में विशाल भंडारे का आयोजन किया, जिसमें सुबह से ही भक्तों का आना-जाना शुरू हो गया। जनपद के अन्य क्षेत्रों में भी स्थानीय श्रद्धालुओं और सामाजिक संगठनों ने भंडारों का आयोजन किया। धनघटा, मेहदावल, बखिरा टेमा रहमत, सेमरियावा, पौली, कांटे, लोहरौली, दुधारा, भुजैरी, नाथ नगर सहित विभिन्न क्षेत्रों में भी भंडारों का आयोजन किया गया। इन आयोजनों में महिलाओं, युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया जिससे सामाजिक एकता और समरसता का संदेश प्रसारित हुआ। इन आयोजनों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ताओं और प्रशासनिक अधिकारियों एवं कर्मचारीयो की सक्रिय भागीदारी रही, उनकी उपस्थिति में आयोजन की गरिमा को बढ़ाया और समाज में सेवा भावना को प्रोत्साहित किया।