राम बाबू तिवारी आत्महत्या काण्डः मेधा ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा दे सरकार दीनदयाल तिवारी


बस्ती। सोमवार को मेधा पार्टी के केन्द्रीय प्रवक्ता दीनदयाल तिवारी के नेतृत्व में पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने कौशाम्बी जनपद में पुलिसिया उत्पीड़न से त्रस्त राम बाबू तिवारी द्वारा आत्महत्या कर लिये जाने के मामले में जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। मांग किया कि मामले में दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने के साथ ही परिवार को एक करोड़ रूपये का समुचित मुआवजा दिया जाय।
ज्ञापन देेने के बाद मेधा प्रवक्ता दीनदयाल तिवारी ने कहा कि यह मामला बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और चिन्ताजनक है। केवल पुलिस कर्मियों का निलम्बन समस्या का समाधान नहीं है। पूरे प्रकरण की जांच कराकर मनगढन्त मुकदमा वापस लेने के साथ ही राम बाबू तिवारी के परिजनों को पूरी सुरक्षा उपलब्ध कराया जाय। दीनदयाल तिवारी ने बताया कि कौशांबी के लोहंदा गांव की मासूम से रेप का आरोप रामबाबू तिवारी के बेटे सिद्धार्थ पर लगा था। सिद्धार्थ के खिलाफ मुकदमा हो गया था। केस होने के करीब एक सप्ताह बाद रामबाबू ने सुसाइड नोट लिखकर खुदकुशी कर ली थी। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। मामले में रेप पीड़िता के पिता सहित दो लोगों को पुलिस ने दूसरे दिन ही गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद सियासत शुरू हो गई। घटना दुर्भाग्यपूर्ण और चिन्ताजनक है।
मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से उमेश पाण्डेय ‘मुन्ना’, भूपेश शुक्ला, प्रमोद यादव, नागेन्द्र मिश्र, अजीत कुमार पाण्डेय, प्रमोद उपाध्याय, प्रशान्त, मुरलीधर मिश्र, डी.सी. दूबे, गिरीश चन्द्र गिरी, राहुल तिवारी आदि शामिल रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!