अहिल्याबाई होलकर के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को जीवन्त कर रहे हैं मोदी, योगी-डॉ. रमापति राम त्रिपाठीअहिल्याबाई होलकर ने राष्ट्रवादी संस्कृति को सशक्त किया- नेहा वर्मान्याय, वीरता और संयम की प्रतीक हैं अहिल्याबाई होलकर- अंकुर वर्मा


बस्ती। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमापति राम त्रिपाठी ने शुक्रवार को बस्ती नगर पालिका परिषद अध्यक्ष नेहा वर्मा की अध्यक्षता में स्टेशन रोड स्थित एक होटल के सभागार में वीरांगना अहिल्याबाई होलकर के जयन्ती अवसर पर आयोजित सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित किया।

कहा कि अहिल्याबाई होलकर ने धार्मिक तीर्थ स्थलों के जीर्णोद्धार की जो पहल 300 वर्ष पूर्व किया था पूर्व की सरकारोें ने उसमें कोई रूचि नहीं लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन कार्यों को आगे बढा रहे हैं। कहा कि काशी विश्वनाथ कारीडोर, अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण के साथ ही देश और प्रदेश के प्रमुख और जनपद, कस्बो में मंदिरों, धार्मिक स्थानोे का जीर्णोद्धार हो रहा है। यह सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के उत्थान की दिशा में बड़ा कदम है।
उन्होने अहिल्याबाई होलकरको एक अत्यंत दूरदर्शी और अद्वितीय प्रशासनिक दक्षता वाला बताया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण पृष्ठभूमि से आई एक सामान्य बालिका ने अपने पुरुषार्थ और निष्ठा से असाधारण शासक बनने तक का गौरवमयी सफर तय किया।
कार्यक्रम संयोजक और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं नगर पालिका परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि अंकुर वर्मा ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर अपने जीवनकाल में संस्कृति, न्याय, वीरता और संयम की प्रतीक रहीं। उनके द्वारा स्थापित न्याय प्रणाली को आज भी स्मरण किया जाता है। अहिल्याबाई ने शिक्षा के क्षेत्र में गुरुकुलों की स्थापना की और वे पहली महिला शासिका थीं जिन्होंने महिला सैनिकों की नियुक्ति की। उनके शासनकाल में तोपों का निर्माण हुआ और उन्होंने राष्ट्रवादी संस्कृति को सशक्त किया। मुख्यवक्ता सुमन सिंह ने कहा कि माता अहिल्याबाई ने अपने व्यक्तिगत दुखों को दरकिनार करते हुए सदैव प्रजा कल्याण और लोकहित को सर्वोच्च प्राथमिकता दी।
सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुये नगर पालिका परिषद अध्यक्ष नेहा वर्मा ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर ने हरिद्वार से लेकर रामेश्वरम, कन्याकुमारी और काशी विश्वनाथ मंदिर तक कई प्रमुख तीर्थ स्थलों का पुनर्निर्माण कराया । आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देश में 200 मंदिरों के पुनर्निर्माण जैसे कार्य कर रहे हैं, तो यह माता अहिल्याबाई की प्रेरणा का ही परिणाम है। यह राष्ट्रवाद और सांस्कृतिक पुनर्जागरण की यात्रा है, जिसमें उनका स्मरण अत्यंत प्रासंगिक है।
सम्मेलन में जिला कार्यक्रम संयोजक अमृत वर्मा, महिला मोर्चा की शालिनी मिश्रा ,ममता सिंह, महिला सभासद मंजू श्रीवास्तव ,अमरावती ,विद्यावती सोनकर, इंद्रावती ,निर्मला देवी,विनीता सिंह , अखण्ड सिंह सुभाष श्रीवास्तव डब्लू जी,परमेश्वर शुक्ला पप्पू, रवि पासवान , शोभी सोनकर, महेंद्र सोनकर, पंकज चौधरी, सचिन शुक्ल, आशीष शुक्ला, दुर्गेश त्रिपाठी, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी अंगद गुप्ता,कर निर्धारण अधिकारी उदयभान के साथ ही बड़ी संख्या में सभासद, स्थानीय नागरिक, भाजपा नेता, कार्यकर्ता, पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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